लगता है कि भारतीय निवेशकों के लिए यह अवसर ऊपर वाले ने ही भेजा है। अफ्रीका का करीब 1000 अरब डॉलर (67000 अरब रुपये) का कृषि क्षेत्र निवेशकों की तलाश कर रहा है। भारतीय निवेशक इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं। प्राइस वाटरहाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीकी महाद्वीप में कृषि क्षेत्र को सबसे अहम उद्योग के तौर पर माना जाता है क्योंकि वर्ष 2030 तक उप सहारा क्षेत्र में ही इस उद्योग का आकार 1000 अरब डॉलर का हो सकता है। यह रिपोर्ट एक सर्वे के आधार पर बनाई गई है जिसमें 58.8 फीसद लोगों ने व्यापार के विस्तार के लिए अफ्रीका में निवेश को बेहतरीन अवसर माना है। चार मुख्य देशों की पहचान की गई है जिनमें जांबिया, बोत्सवाना, तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका हैं। सर्वे में शामिल लोग इन देशों में निवेश की योजना बना रहे हैं। ये चारों देश दक्षिण अफ्रीकी विकास समुदाय (एसएडीसी) क्षेत्र में शामिल हैं। एक्जिम बैंक ऑफ इंडिया भी एसएडीसी क्षेत्र में भारतीय निवेश बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देना चाहता है। लगता है कि वह इस क्षेत्र में कृषि और इस पर आधारित कारोबार में निवेश पर और जोर देगा। एक्जिम बैंक की एक रिपोर्ट में प्राकृतिक संसाधन, कृषि, विनिर्माण और बुनियादी क्षेत्रों की पहचान की गई है। इनमें भारतीय निवेश एसएडीसी क्षेत्र में बढ़ाये जाने की संभावना है।
एक्जिम स्टडी, ‘फोकस अफ्रीका: एसएडीसी के साथ भारत का बढ़ता सहयोग’ का कहना है कि भारत के निवेश के लिए यह क्षेत्र रणनीतिक महत्व का है। इस क्षेत्र में अंगोला, कांगो, लेसोथो और मेडागास्कर भी शामिल हैं। एक्जिम बैंक के अनुसार अफ्रीका के इन 16 देशों का अफ्रीका की कुल अर्थव्यवस्था में योगदान करीब 30 फीसद है। अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में यह ब्लॉक अफ्रीका का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है। इकोनॉमिक कम्युनिटी ऑफ वेस्ट अफ्रीकन स्टेट्स (ईसीओडब्ल्यूएएस) सबसे बड़ा ब्लॉक है। एक्जिम बैंक ने कहा है कि भारत के लिए खासकर एसएडीसी रणनीतिक महत्व का है। अफ्रीका के साथ कुल भारतीय व्यापार में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब 40 फीसद है। भारत का निवेश भी काफी अच्छा है। यह निवेश मुख्य रूप से मॉरीशस, मोजंबिक और दक्षिण अफ्रीका में है। भारतीय वित्त मंत्रलय और भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 1996 से मार्च 2015 तक एसएडीसी क्षेत्र में भारत से 46.5 अरब डॉलर निवेश हुआ। इसका आशय है कि यहां निवेश की और व्यापक संभावनाएं हैं।
एक्जिम स्टडी, ‘फोकस अफ्रीका: एसएडीसी के साथ भारत का बढ़ता सहयोग’ का कहना है कि भारत के निवेश के लिए यह क्षेत्र रणनीतिक महत्व का है। इस क्षेत्र में अंगोला, कांगो, लेसोथो और मेडागास्कर भी शामिल हैं। एक्जिम बैंक के अनुसार अफ्रीका के इन 16 देशों का अफ्रीका की कुल अर्थव्यवस्था में योगदान करीब 30 फीसद है। अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में यह ब्लॉक अफ्रीका का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है। इकोनॉमिक कम्युनिटी ऑफ वेस्ट अफ्रीकन स्टेट्स (ईसीओडब्ल्यूएएस) सबसे बड़ा ब्लॉक है। एक्जिम बैंक ने कहा है कि भारत के लिए खासकर एसएडीसी रणनीतिक महत्व का है। अफ्रीका के साथ कुल भारतीय व्यापार में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब 40 फीसद है। भारत का निवेश भी काफी अच्छा है। यह निवेश मुख्य रूप से मॉरीशस, मोजंबिक और दक्षिण अफ्रीका में है। भारतीय वित्त मंत्रलय और भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 1996 से मार्च 2015 तक एसएडीसी क्षेत्र में भारत से 46.5 अरब डॉलर निवेश हुआ। इसका आशय है कि यहां निवेश की और व्यापक संभावनाएं हैं।
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