वैज्ञानिकों ने 1.4 अरब प्रकाश वर्ष दूर दो ब्लैक होल की टक्कर से उत्पन्न गुरुत्वीय तरंग का पता लगाया है। ऐसा दूसरी मर्तबा हुआ है, जब सीधे तौर पर इन तरंगों का पता लगाया गया है। इससे एक बार फिर आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत की पुष्टि हुई है।अमेरिका में वैज्ञानिकों ने दो ‘‘लेजर इंफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑब्जव्रेटरी’ (लिगो) की मदद से गुरुत्वीय तरंगों का पता लगाया। पिछले वर्ष 26 दिसम्बर को 3,000 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर स्थित दोनों डिडेक्टर ने बहुत ही हल्के संकेत का पता लगाया था। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि इस वर्ष 11 फरवरी को जब पहली बार ‘‘लिगो’ ने गुरुत्वीय तरंग का पता लगाया तो उसमें आंकड़े बहुत स्पष्ट थे। यह दूसरा संकेत बहुत सूक्ष्म था और इसमें तरंग की तीव्रता बहुत कम थी और इसे केवल आंकड़ों में दर्ज किया जा सका। उन्नत डेटा विश्लेषण तकनीक के जरिये टीम ने इस बात का पता लगाया कि तरंग गुरुत्वीय थे। अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार दो ब्लैक होल जिनकी टक्कर से गुरुत्वीय तरंग पैदा हुई थी उनका द्रव्यमान सूर्य से क्र मश: 14.2 और 7.5 गुना अधिक था। इस अध्ययन का प्रकाशन ‘‘फिजिकल रिव्यू लेर्ट्स’ में किया गया है।
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