स्मार्ट सिटी के लिए पहली खेप में चुने गए 20 शहरों की प्रस्तावित 69 परियोजनाओं को लांच करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि शहरों में गरीबी को पचाने और गरीबों को आर्थिक अवसर मुहैया कराने की ताकत है। इसलिए शहरीकरण को संकट के रूप में नहीं बल्कि अवसर समङों। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि स्मार्ट सिटी का स्वरूप कैसा हो, इसका फैसला वहां के लोग करें, दिल्ली में बैठकर इसका फैसला नहीं हो सकता है। पुणो में आयोजित इस कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि हमें शहरों को सामथ्र्य देने की जरूरत है ताकि वह गरीबी को पचा (मिटा) सके और विकास के नए आयाम पैदा कर सके। आर्थिक क्षेत्र के लोग इसे ग्रोथ सेंटर के रूप में देखते हैं। लेकिन शहरों की क्षमता को सिर्फ इमारतों और सड़कों की चौड़ाई से नहीं नापा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ‘हर शहर की आत्मा और उसकी पहचान होती है। जयपुर में नाइट हेरिटेज वॉक की परियोजना शुरू की जा रही है। यानी जयपुर की जय जयकार रात में भी होती रहेगी।. बनारस को उसकी धार्मिक विरासत के लिए तो जाना ही जाता है। लेकिन वहां की साड़ी के बारे में हर महिला को पता होता है।’ उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी बीते हुए कल के अनुभव पर उवल भविष्य का एक प्रयोग है। इसी पहचान को 21वीं सदी में नई ऊर्जा देने की जरूरत है, ताकि शहर की आत्मा वही रहे और उसका कायाकल्प हो जाए। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाएं गति चाहती हैं।
ये हैं 20 शहर
1. नई दिल्ली (एनडीएमसी) 2. लुधियाना 3. इंदौर 4. भोपाल 5. जबलपुर 6. अहमदाबाद
7. पुणो 8. विशाखापट्टनम 9. शोलापुर 10. धवनगिरी 11. जयपुर 12. भुवनेश्वर
13. कोयंबटूर 14. काकीननाड़ा 15. बेलगाम 16. उदयपुर 17. गुवाहाटी
18. चेन्नई 19. कोचि 20. सूरत
ये हैं 20 शहर
1. नई दिल्ली (एनडीएमसी) 2. लुधियाना 3. इंदौर 4. भोपाल 5. जबलपुर 6. अहमदाबाद
7. पुणो 8. विशाखापट्टनम 9. शोलापुर 10. धवनगिरी 11. जयपुर 12. भुवनेश्वर
13. कोयंबटूर 14. काकीननाड़ा 15. बेलगाम 16. उदयपुर 17. गुवाहाटी
18. चेन्नई 19. कोचि 20. सूरत
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