भारत जल्द ही सेवाओं के व्यापार को बढ़ावा देने की खातिर उदार वीजा नीति लाने जा रहा है। इसके जरिये विदेशियों और विदेशी मुद्रा को आकर्षित कर सालाना 80 अरब डॉलर की कमाई की जा सकती है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रलय सेवा निर्यात बढ़ाने को वीजा नियमों में व्यापक बदलाव के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है। इससे जुड़े प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) भी दबाव बनाए हुए है। गृह मंत्रलय इस प्रस्ताव पर अपनी सैद्धांतिक सहमति दे चुका है। कुछ सुरक्षा चिंताओं के मसले का समाधान होने के बाद इसे लागू करने के लिए तैयार है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रलय इस प्रस्ताव पर काम कर रहा है। उम्मीद है कि उदार वीजा नीति को जल्द ही अमल में लाया जाएगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रलय के इस प्रस्ताव के मुताबिक टूरिस्ट, बिजनेस, मेडिकल और कांफ्रेंस जैसी अलग-अलग वीजा श्रेणियों को एक ही में मिला दिया जाएगा। इसके साथ ही 10 वर्ष तक की लंबी अवधि का बहु-प्रवेश यात्र वीजा जारी किया जाएगा। हालांकि, विजिटर को अपने बायोमीटिक डिटेल्स उपलब्ध कराने होंगे। इसके अलावा उसे कुछ सुरक्षा दायित्वों को भी पूरा करना होगा।
No comments:
Post a Comment