Wednesday 8 June 2016

6 June 2016....4. लातिन अमेरिकी देश अमेरिका के दबाव में वेनेजुएला से न बनायें दूरी:

वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने लातिन अमेरिकी देशों से अपील की है कि वे अमेरिका के दबाव में आकर उनके देश को अलग-थलग ना करें। अमेरिकी देशों के संगठन (ओएएस) ने वेनेजुएला में लोकतांत्रिक मूल्यों के कथित उल्लंघन के मद्देनजर उस पर सेंसर लगाने के मुद्दे पर र्चचा के लिए इस सप्ताह एक आपात बैठक बुलायी। वेनेजुएला की मादुरो सरकार का कहना है कि ओएएस अमेरिका की नीति का मोहरा बना है। मादुरो ने हवाना में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में कहा मैं इस महाद्वीप की सरकारों से एकजुटता, सहयोग और समझ बनाए रखने की अपील करता हूं और साथ ही उनसे आग्रह करता हूं कि वे वेनेजुएला को अलग-थलग करने के लिए बनाये जा रहे दबाव में न आयें। इस बीच ब्राजील के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उसका देश संभवत इस महीने वेनेजुएला को मिलने वाली मकरेसुर व्यापार समूह की अध्यक्षता मिलने से रोके ताकि इससे मादुरो की शक्ति कम हो। हालांकि ओएएस के शिखर सम्मेलन में मादुरो के पक्ष में मजबूती से कोई खड़ा नहीं दिखा और ओएएस ने अपने आप को मादुरो की सरकार और विपक्ष के साथ बातचीत में मध्यस्थ की भूमिका निभाने की पेशकश तक ही सीमित रखा। वेनेजुएला में बढ़ते आर्थिक संकट, भोजन और दवा की कमी, बढ़ती मुद्रास्फीति और लूट की घटनाओं के बीच मादुरो के खिलाफ जनमत संग्रह करने का दबाव बढ़ता जा रहा है । मादुरो ने इसे अपनी समाजवादी सरकार की तख्तापलट की अमेरिकी कोशिश करार दिया है। उन्होंने कहा वेनेजुएला कभी हार नहीं मानेगा, कभी घुटने नहीं टेकेगा और तख्तापलट की हर कोशिश का मुंह तोड़ जवाब देगा जैसा कि पिछले 17 वर्षों से देता आ रहा है। क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कासो ने वेनेजुएला की मादुरो सरकार का पुरजोर समर्थन करते हुए ओएएस को लातिन अमेरिकी देशों पर‘‘साम्राज्यवादी हमले’करने वाली समिति करार दिया। उन्होंने कहा कि ओएएस में सम्राज्यवादी दखल के कारण वह अब दोबारा कभी इस संगठन का हिस्सा नहीं बनेगा। राउल कासो ने वेनेजुएला के संबंध में ओएएस के महासचिव लुईस अल्मागरो के बयान की कड़ी ¨नदा करते हुए कहा कि क्यूबा अब कभी भी ओएएस का सदस्य नहीं बनेगा। उल्लेखनीय है कैरेबियन देशों का एक यह सातवां शिख सम्मेलन हवाना में पैलेस ऑफ रिवोल्यूशन में आयोजित किया गया, जिसमें 25 सदस्य राष्ट्रों के 19 राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री शामिल हुए। कैरेबियाई देशों के मध्य आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कैरेबियाई देशों के संगठन (एसीएस) का गठन जुलाई 1994 में कोलंबिया में किया गया था।

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