Friday 24 June 2016

24 June 2016...5. अमीरी में पहली बार अमेरिका से आगे निकला एशिया-प्रशांत :-

 एशिया-प्रशांतक्षेत्र अब अमेरिका की तुलना में ज्यादा अमीर हो गया है। अमीरों की संख्या और उनकी संपत्ति, दोनों मामले में। ऐसा पहली बार हुआ है। अभी तक सबसे ज्यादा अमीर उत्तर अमेरिका में ही हुआ करते थे। यहां अमीर का मतलब उन लोगों से है जिनकी नेटवर्थ कम से कम एक मिलियन डॉलर यानी 6.7 करोड़ रुपए है। 
यह जानकारी अंतर्राष्ट्रीय कंसल्टेंसी फर्म केपजेमिनी ने 'वर्ल्ड वेल्थ रिपोर्ट' में दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में एशिया-प्रशांत में करोड़पतियों की संख्या 51 लाख हो गई, जबकि उत्तरी अमेरिका में इनकी तादाद सिर्फ 48 लाख थी। एशिया-प्रशांत के करोड़पतियों की संपत्ति भी अमेरिका के 1,120 लाख करोड़ रुपए की तुलना में 1,175 लाख करोड़ रुपए हो गई। पूरी दुनिया की बात करें तो कुल 1.54 करोड़ अमीर हैं और इनकी नेटवर्थ 3,962 लाख करोड़ रुपए आंकी गई है। इसमें से 35% कैश है। 32% संपत्ति का प्रबंधन वेल्थ मैनेजर करते हैं। 
बीते 10 साल में यहां अमीर दोगुने हो गए। अगले 10 साल में दुनिया के 40% अमीर यहीं होंगे। यहां इनकी तादाद यूरोप, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अफ्रीका के कुल अमीरों से ज्यादा होगी। अभी यहां 33% हैं। 2015 में पूरी दुनिया के अमीरों की संपत्ति 4% बढ़ी, लेकिन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 10% इजाफा हुआ। विश्व में 1.54 करोड़ अमीर हैं। एक साल में इनकी संख्या 4.9% बढ़ी है। 
कहां से आई संपत्ति 
एशिया-प्रशांतमें संपत्ति खासकर वित्तीय सेवाओं, आधुनिक टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर इंडस्ट्री में बढ़ी। पुरानी कंपनियों की तुलना में स्टार्टअप्स की वेल्थ में ज्यादा इजाफा हुआ। 
भारत में अमीर बढ़े, रैंकिंग घटी 
भारतमें दो लाख अमीर हैं। 2014 में 1.98 लाख थे। लेकिन ओवरऑल रैंकिंग 11वीं से घटकर 12वीं हो गई। अमेरिका में 45 लाख, जापान में 27 लाख और चीन में 10 लाख अमीर हैं। चीन में सबसे ज्यादा ग्रोथ रही। वहां इनकी संख्या 16.2% बढ़ी।

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