अमेरिका के विदेश मंी जॉन केरी ने आज चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसने दक्षिणी चीन सागर में किसी भी प्रकार के हवाई सुरक्षा क्षेा बनाया तो उसके इस कदम को भड़काऊ और अस्थिरता लाने वाला माना जाएगा। दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे के खिलाफ फिलीपींस ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में शिकायत की थी। अमेरिका का मानना है कि इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के आगामी सप्ताह आने वाले फैसले के बाद चीन दक्षिण चीन सागर में हवाई सुरक्षा क्षेा घोषित कर देगा जैसा उसने 2013 में पूर्वी चीन सागर में भी किया था। श्री केरी ने मंगोलिया या के दौरान कहा दक्षिणी चीन सागर में चीन द्वारा हवाई सुरक्षा क्षेा बनाये जाने का कदम भड़काऊ और अस्थिर करने वाला माना जएगा और इससे तनाव खुद ब खुद बढ़ेगा। दक्षिणी चीन सागर के क्षेीय विवाद को कूटनीति के जरिये हल करने की चीन की प्रतिबद्धता पर यह गंभीर सवाल है। हम इस कारण से चीन से आग्रह करते हैं कि वह एकतरफा और उकसावे वाली राजनीति न करे। श्री केरी मंगोलिया के बाद चीन की या पर जाने वाले हैं। पूर्वी चीन सागर में जब चीन से हवाई सुक्ष्रर क्षेा की घोषणा की थी तब जापान और अमेरिका ने इसकी कड़ी ¨नदा की थी। हवाई सुरक्षा क्षेा घोषित करने पर उस इलाके में आने वाले हर विमान को पहले चीन को अपनी पहचान बतानी पड़ती है। चीन ने दक्षिणी चीन सागर में हवाई सुरक्षा क्षेा बनाये जाने के किसी भी कदम की न ही पुष्टि की है और न ही इनकार किया है। चीन ने कहा है कि खतरे के आधार पर वहां हवाई सुरक्षा क्षेा बनाये जाने का फैसला लिया जायेगा और उसे ऐसा करने का पूरा अधिकार है। गौरतलब है कि दक्षिणी चीन सागर से हर साल खरबों डॉलर के माल लेकर जहाज गुजरते हैं और इस कारण इस पर कई देश अपना मालिकाना हक जताते हैं। यह एक विवादित क्षेा है और इस पर ब्रुनेई,मलेशिया,फिलीपींस,ताइवान और वियतनाम भी अपना दावा पेश करते हैं।
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