बेहतरी के मानदंड के लिहाज से स्वीडन दुनिया का सबसे अच्छा देश है, जबकि अपना देश भारत 70 वें स्थान पर। मानदंडों की परख 163 देशों के हालात का अध्ययन करने के बाद की गई है। मानदंडों में सरकारों द्वारा अपने लोगों के लिए किए जाने वाले कार्य और मानवता के लिए अछाइयां प्रमुख हैं। सन 2015 के लिए अछे देशों की चयन प्रक्रिया मं पाया गया कि स्वीडन अपने देश के नागरिकों और समूची मानवता के लिए अछे कार्य यादा करता है, नुकसान पहुंचाने वाले कार्य कम करता है। जिन मानदंडों पर अछे देशों के नाम तय किए गए उनमें विज्ञान, संस्कृति, शांति, स्वास्थ्य, समानता और पर्यावरण सुरक्षा के बिंदु भी शामिल हैं। सबसे अछे दस देशों में डेनमार्क, नीदरलैंड्स, इंग्लैंड, जर्मनी, फिनलैंड, कनाडा, फ्रांस, ऑस्टिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं। 163 देशों की इस सूची में सबसे नीचे लीबिया है। भारत से तीन स्थान ऊपर चीन है। अंतरराष्ट्रीय शांति स्थापित करने के लिहाज से वह 27 वें स्थान पर है तो समानता के सवाल पर वह 124 वें स्थान पर। मानदंडों के आधार पर यह सालाना रिपोर्ट ब्रिटिश सरकार के सलाहकार साइमन एनहोल्ट तैयार करते हैं। उनका उद्देश्य देशों को कल्याणकारी कार्य ज्यादा और नुकसानदेह कार्य कम करने के लिए प्रेरित करना है। उनका मानना है कि एक अच्छा देश मानवता के लिए बेहतर योगदान दे सकता है। वास्तव में वह ऐसा अपने नागरिकों की अच्छी तरह देखभाल करके और अपनी प्राकृतिक संपदा बचाकर कर सकता है। सन 2014 में 130 देशों के अध्ययन में आयरलैंड सबसे ऊपर रहा था।
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