एडमिरल सुनील लांबा ने मंगलवार को भारतीय नौसेना की कमान संभाल ली। परम विशिष्ट और अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित लांबा ने देश की समुद्री सीमाओं को दुश्मनों से सुरक्षित करने को अपना प्रमुख उद्देश्य बताया है। एडमिरल लांबा ने एडमिरल आरके धवन का स्थान लिया है। वह देश के 21वें नौसेना प्रमुख हैं। पहले दो नौसेना प्रमुख अंग्रेज थे। एडमिरल लांबा इस पद पर तीन वर्षो तक रहेंगे। उन्हें नेविगेशन और डायरेक्शन में महारत हासिल है। लांबा को दो जून 2014 को नौसेना का उप प्रमुख नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए दुनिया की सबसे बेहतरीन नौसेनाओं में से एक भारतीय नौसेना का प्रमुख बनना बड़े ही गर्व और सम्मान की बात है। नौसेना के जवान हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित हैं। वे दुनिया के किसी भी कोने में राष्ट्रीय हितों की रक्षा के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं।’ लांबा डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के कैडेट रह चुके हैं। उन्होंने आइएनएस सिंधुदुर्ग और आइएनएस दुनागिरि पर नेविगेटिंग ऑफिसर के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा लांबा आइएनएस काकीनाड़ा, आइएनएस हिमगिरि, आइएनएस रणविजय और आइएनएस मुंबई की कमान भी संभाल चुके हैं।
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