मध्य प्रदेश की जनता के जीवन में आनंद लाने के लिए सरकार नीतियां बनाएगी। इसके लिए देश में पहली बार किसी राय ने आनंद विभाग के गठन का फैसला किया है। कैबिनेट ने इसके गठन को मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को हुई कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए जनसंपर्क मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्र ने बताया कि मध्यप्रदेश में ये विभाग नए मंत्री की नियुक्ति होने तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास रहेगा। विभाग ज्ञान संसाधन केंद्र के तौर पर काम करेगा। केंद्र सभी विभागों से समन्वय करने के साथ उन रास्तों को बताएगा, जिनके माध्यम से लोगों में आनंद के स्तर को बढ़ाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राय की विकास दर को जनता के आनंद से जोड़कर नहीं देखा जा सकता। भौतिक सुख सुविधा ही खुशी नहीं दे सकती है। शारीरिक, मानसिक और आत्मा की खुशी महत्वपूर्ण है। प्रतिष्ठा, पद और पैसा के अलावा मनुष्य को आनंदित रखना जरूरी है। सिंहस्थ के दौरान विचार कुंभ में भी जीवन में आनंद एक बिंदु था। मनुष्य की खुशी के लिए अलग ढंग से विचार करना होगा। विभाग प्लेटफॉर्म का काम करेगा। चिंतक, विचारक, साधु, संत और विद्वानों को इससे जोड़ा जाएगा।
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