पारंपरिक संबंधों को गति देने के लिए भारत और दक्षिण अफ्रीका ने रक्षा उत्पादन, निर्माण व खनन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है। इसके अलावा दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सक्रिय सहयोग का संकल्प लिया है। दक्षिण अफ्रीका की यात्र पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात की। इस दौरान मोदी ने उन्हें बताया कि भारत रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में एक आकर्षक देश के तौर पर उभर रहा है। दोनों देश न केवल अपनी जरूरतों बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक मांगों को भी पूरा कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया का एक बड़ा खिलाड़ी है। जुमा के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए मोदी ने एनएसजी मुहिम में भारत का समर्थन करने के लिए भी अफ्रीकी राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘हम दक्षिण अफ्रीका जैसे मित्र देशों को अपना समर्थक मान सकते हैं।’ पहले इस तरह की खबरें आ रही थीं कि दक्षिण अफ्रीका को भारत की एनएसजी सदस्यता पर आपत्ति है। मोदी ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का सदस्य बनने के लिए भी जुमा को धन्यवाद दिया। प्रेस से बात करते हुए मोदी ने महात्मा गांधी को भी याद किया। उन्होंने कहा कि गांधीजी का जितना संबंध भारत से है, उतना ही संबंध दक्षिण अफ्रीका से भी है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह यात्र विश्व की दो महानतम आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर जैसा है। राष्ट्रपति जुमा ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए दक्षिण अफ्रीका को उनका दूसरा घर बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देश ब्रिक्स, जी-20 और जी-77 जैसे मंचों पर मिलकर काम करने के लिए सहमत हैं।
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