Tuesday, 5 July 2016

5 July 2016..4. 2020 से पूर्व की जलवायु संबंधी कार्रवाइयां जरूरी:-

भारत ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सोमवार को देशों द्वारा 2020 से पहले उत्सर्जन पर लगाम लगाने के लिए जलवायु संबंधी कार्रवाइयां करने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि देशों के बीच धन और प्रौद्योगिकी में सहयोग अपेक्षित है।पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, जलवायु संबंधी कार्रवाइयों के लिए सहयोग प्रमुख कुंजी है। प्रत्येक देश विकास के भिन्न स्तर पर है। हमें सहयोग चाहिए। हममें कार्रवाई करने की दृढ़ता है। उन्होंने कहा, भारत पहले ही पेरिस जलवायु समझौते के सत्यापन की प्रक्रि या शुरू कर चुका है और हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच मुलाकात के दौरान दोनों ने इस बात पर जोर दिया था कि प्रक्रि या जल्द से जल्द पूरी होनी चाहिए।मंत्री ने बर्लिन में सातवें सेंट पीटर्सबर्ग डायलॉग में जर्मन मंत्री बार्बरा हेंड्रिक्स के साथ कहा, लेकिन हमारे पास इसे करने के साधन नहीं हैं, न केवल वित्तीय स्थिति के संबंध में, बल्कि प्रौद्योगिकी के संबंध में विशेष रूप से। जब हम प्रौद्योगिकी की बात करते हैं तो जर्मनी कई क्षेत्रों में सर्वाधिक विश्वसनीय नाम है और इसलिए वहां वित्त, प्रौद्योगिकी और आपसी सहयोग है।

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