आपसी सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह 17 जुलाई से अमेरिका के पांच दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। वह वाशिंगटन में आयोजित भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा वार्ता में हिस्सा लेंगे। इसमें दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ पहले से जारी सहयोग को बढ़ाने तथा खुफिया जानकारियां और साझा करने के उपायों पर विचार-विमर्श करेंगे। दोनों देशों के नागरिकों की एक-दूसरे के यहां आवाजाही आसान करने के उपाय भी इस वार्ता में सुनिश्चित किए जाएंगे। गृह मंत्रलय के एक अधिकारी के अनुसार, सिंह वार्ता में भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे। जबकि अमेरिकी पक्ष की अगुआई वहां के आंतरिक सुरक्षा मंत्री जे चाल्र्स जॉनसन करेंगे। अधिकारी का कहना है कि भारत और अमेरिका के बीच इस उचस्तरीय बातचीत से आंतरिक सुरक्षा को लेकर सामरिक साङोदारी को मजबूती मिलेगी। साथ ही आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत जांच में सहयोग बढ़ाने और संभावित खतरों को विफल करने की रणनीति पर कारगर कदम भी उठाए जाएंगे। जिन अन्य मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता में चर्चा होने की संभावना है, उनमें साइबर सुरक्षा, सामरिक महत्व के ठिकानों की रक्षा के लिए तंत्र विकसित करना, आतंकी फंडिंग और उनके वैश्विक आपूर्ति चैनल को ध्वस्त करना प्रमुख है। विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में आपसी सहयोग और बढ़ाने के उपायों पर भी इसमें चर्चा हो सकती है। उक्त अधिकारी ने कहा, ‘बैठक इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि इसमें आतंकी हमला या प्राकृतिक आपदा की स्थिति का प्रभावी तरीके से मुकाबला करने के मौजूदा उपायों में और सुधार पर भी चर्चा होनी है। साथ ही पुलिस प्रशिक्षण में आपसी सहयोग बढ़ाना भी एजेंडे में है।’ इनके अलावा ग्लोबल इंट्री और एचएसपीडी-6 को लेकर दोनों देशों के बीच हाल में हुए करार पर भी वार्ता में चर्चा होगी। ग्लोबल इंट्री के तहत भारत के पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व पीएम, पूर्व केंद्रीय मंत्री, फिल्म अभिनेता और उद्योगपति अमेरिका बगैर किसी दिक्कत के आ सकेंगे। वार्ता में इसके तहत शुरू में करीब 2,000 नामचीन भारतीय नागरिकों के नामों पर चर्चा होगी।
No comments:
Post a Comment