संयुक्त राष्ट्र टिब्यूनल का फैसला नहीं मानेगा चीन:- दक्षिण चीन सागर में चीनी दावे के खिलाफ फिलीपींस की शिकायत पर संयुक्त राष्ट्र टिब्यूनल 12 जुलाई को अंतिम निर्णय दे सकता है। लेकिन चीन ने फैसले से पहले ही अपना रुख सख्त करते हुए इसको नहीं मानने का एलान कर दिया है। यही नहीं बीजिंग ने टिब्यूनल की वैधता पर भी सवाल उठाए हैं। फिलीपींस ने मामले के सुलझने की उम्मीद जताई है। चीन के विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता होंग लेई ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, ‘फिलीपींस के एकतरफा आग्रह पर दक्षिण चीन सागर को लेकर टिब्यूनल के अधीन पंचाट का गठन किया गया है। यह 12 जुलाई को अंतिम फैसला सुनाने वाला है। चीन एक बार फिर से दोहराना चाहता है कि इस मसले पर टिब्यूनल का कोई अधिकार नहीं बनता है। पंचाट गठन के तुरंत बाद ही चीन ने स्पष्ट कर दिया था कि वह न तो इसमें शामिल होगा और न ही इसके निर्णय को स्वीकार करेगा।’ चीन टिब्यूनल की कार्यवाही को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन मानता है। चीन पूरे समुद्री क्षेत्र पर अपना दावा ठोकता है। इस मार्ग से सालाना 50 खरब डॉलर का व्यापार होता है। फिलीपींस के अलावा वियतनाम, ताइवान, ब्रुनेई जैसे देश भी दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में अपने अधिकारों को लेकर दावा ठोकते हैं। इनके समर्थन में अमेरिकी गतिविधियां भी क्षेत्र में देखने को मिलती रहती है।
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