भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को पाकिस्तानी सीमा के निकट जैसलमेर की पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में 290 किलोमीटर तक जमीन पर मार सकने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस ’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। वायुसेना ने इस मिसाइल की एक स्क्वाड्रन (50 मिसाइल) हासिल की है ताकि सीमा के नजदीक स्थित रडार और संचार प्रणाली को निशाना बनाया जा सके। इनके नष्ट होने से वायुसेना के विमान दुश्मन की नजर में नहीं आ पाएंगे। 1 भारत और रूस के संयुक्त उद्यम ‘ब्रrाोस एरोस्पेस’ ने एक बयान में कहा कि अनूठी ‘ब्रह्मोस ’ हथियार प्रणाली ने कई अवसरों पर सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की दुनिया में अपनी श्रेष्ठता स्थापित की है। मिसाइल शुक्रवार को भी सभी उड़ान मानकों पर खरी उतरी और उसने तय लक्ष्य को पूरी तरह नष्ट कर दिया। ‘ब्रह्मोस ’ नाम भारतीय नदी ब्रह्मपुत्र और रूस की नदी मोस्कवा के नाम को जोड़कर बना है। ‘ब्रह्मोस ’ एरोस्पेस’ के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर मिश्र ने कहा कि ऐसे जटिल मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए वह वायुसेना को बधाई देते हैं।
No comments:
Post a Comment