Monday, 14 November 2016

26 october 2016....1.भारत, बहरीन ने आतंकवाद की निंदा की,‘‘सभी के लिए’ संकट करार दिया:-

1.भारत, बहरीन ने आतंकवाद की निंदा की,‘‘सभी के लिए’ संकट करार दिया:- भारत और बहरीन ने मंगलवार को आतंकवाद की निन्दा की और इसे सभी देशों के लिए ‘‘संकट’ करार दिया तथा कहा कि किसी एक देश के आतंकवादी को दूसरे देश द्वारा स्वतंत्रता सेनानी के रूप में महिमामंडित नहीं किया जा सकता। स्पष्टत: यह बात पाकिस्तान द्वारा हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की पाकिस्तान द्वारा तारीफ किए जाने के संदर्भ में कही गई।गृहमंत्री राजनाथ सिंह तथा बहरीन के गृहमंत्री राशिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा के बीच यहां हुई बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों देश हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ अपने कड़े रुख पर सहमत हुए। इसमें कहा गया कि ‘‘आतंकवाद सभी देशों तथा समुदायों के लिए एक संकट है।’ राशिद ने कहा कि बहरीन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में और पारस्परिक तक्षा क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने में भारत के साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित है।बयान में कहा गया, ‘‘भारत और बहरीन आतंकवाद को किसी नस्ल, धर्म या संस्कृति से जोड़े जाने के खिलाफ हैं। दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि किसी एक देश के आतंकवादी को किसी दूसरे देश द्वारा स्वतंत्रता सेनानी के रूप में महिमामंडित नहीं किया जा सकता।’ बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्षों ने सभी देशों से अन्य देशों के खिलाफ आतंकवाद के इस्तेमाल को खारिज करने, किसी देश के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने तथा आतंकवादी ढांचा जहां भी हो, उसके खिलाफ लड़ने का आह्वान किया।’ संयुक्त बयान राजनाथ द्वारा बहरीन के शीर्ष नेतृत्व को यह कहे जाने के एक दिन बाद जारी किया गया कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को ‘‘राज्य की नीति’ के रूप में इस्तेमाल किया जाना चिंता का विषय है तथा सीमा पार से उकसावा जम्मू कश्मीर में वर्तमान अशांति के पीछे का मुख्य कारण है ।खाड़ी देश की तीन दिन की यात्रा पर आए गृहमंत्री ने राशिद को यह भी बताया कि पाक ने मुठभेड़ में मारे गए हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी वानी का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह पाक में आतंकवादियों और उनके समर्थकों के लगातार खुलेआम घूमने के बारे में संकेत देता है। बहरीन इस्लामी सम्मेलन संगठन का महत्वपूर्ण सदस्य है। पाक भी इसका सदस्य है।संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्ष आतंकवाद रोधी समझौते को सक्रि यता से क्रि यान्वित करने पर सहमत हुए जिसके लिए एक संयुक्त समिति गठित की गई। भारत और बहरीन ने समझौते के नियमों के अनुरूप समिति की नियमित बैठकें करने का फैसला किया। दोनों पक्ष आतंकवाद संबंधी जारी जांचों पर सूचना के आदान-प्रदान में सहयोग, आतंकवाद और मादक पदार्थ तस्करी सहित संगठित अपराधों की जारी जांचों में सूचना के आदान-प्रदान तथा आतंकवाद के वित्तपोषण पर सूचना के आदान-प्रदान और आतंकवाद से संबंधित धन को दोनों देशों के नियमों के अनुसार जब्त करने पर भी सहमत हुए।

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