Monday, 14 November 2016

28 october 2016.......8. राजनीति और चुनाव में धर्म का प्रयोग सेक्युलरिज्म की भावना के खिलाफ: कोर्ट:-

 धर्म और भाषा के आधार पर वोट मांगना कितना सही और कितना गलत है? सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर गुरुवार को अंतिम सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि राजनीति और चुनाव में अगर धर्म का प्रयोग किया जाता है तो यह सेक्युलर भावना के खिलाफ है। इसलिए धर्म को इनसे दूर रखना चाहिए।
चीफ जस्टिस ने संकेत दिया कि इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए पीठ अपना व्याख्यान जारी करेगी। संवैधानिक पीठ ने उक्त मामले को लेकर सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मामले की सुनवाई पूरी होने पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। अंतिम दिन सलमान खुर्शीद, वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जय सिंह, माकपा की ओर से संजय हेगड़े, वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम दीवान, केके विराज, ओपी गुप्ता और तुषार मेहता ने दलीलें पेश की। तुषार मेहरा पीठ के समक्ष गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान सरकार की तरफ से पेश हुए।
^राजनीति और चुनाव में अगर धर्म का प्रयोग किया जाता है तो यह सेक्युलर भावना के खिलाफ है। इसलिए धर्म को इनसे दूर रखना चाहिए। पीठ जल्द ही मामले को लेकर अपना फैसला देगी।

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