Thursday 28 December 2017

7. विशेषज्ञों को आशंका: जैविक हथियार बना रहा उत्तर कोरिया!

• अपने परमाणु और मिसाइल परीक्षणों से दुनियाभर के लिए खतरा पैदा करने वाले उत्तर कोरिया पर गुपचुप तरीके से जैविक हथियार बनाने का भी शक जताया जा रहा है। 
• दक्षिण कोरिया के स्थानीय मीडिया ने दक्षिण कोरियाई खुफिया अधिकारी के हवाले से दावा किया है कि हाल ही में उत्तर कोरिया से भागकर दक्षिण कोरिया पहुंचे एक सैनिक के खून में खतरनाक ‘एंथ्रेक्स’ वायरस पाया गया है। 
• सैनिक की पहचान उजागर नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि यह वही है, जो नवंबर में प्योंगयांग से भाग आया था। उसके भागने का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें साथी सैनिक उस पर गोली चलाते देखा जा सकता है। 
• इस सैनिक को चार गोलियां भी लगी थीं, लेकिन वह जिंदा बचकर दक्षिण कोरिया पहुंचने में सफल रहा था। फिलहाल उसका यहां के अस्पताल में इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक भागने से पहले या तो वह इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ गया या फिर उसके शरीर में इंजेक्शन के जरिए ‘एंथ्रेक्स’ को डाला गया है। 
• हाल ही में ऐसी खबरें उत्तर कोरिया जैविक हथियार बना रहा है। इसके तहत वह अपनी बैलिस्टिक मिसाइल में वह ‘एंथ्रेक्स’ वायरस का इस्तेमाल कर सकता है।
• विशेषज्ञों को आशंका है कि प्योंगयांग एक दशक से जैविक हथियार बनाने की जुगत में है। सैनिक के शरीर में हेपेटाइटिस-बी के लक्षण और 10 इंच लंबा परजीवी भी पाया गया है, जिससे विशेषज्ञों का शक गहरा गया है।
• माना जा रहा है कि वह आर्मी स्टाफ सार्जेंट है, जिसकी तैनाती संयुक्त राष्ट्र के युद्धविराम संधि वाले गांव में तैनात था। हालांकि एक संभावना यह भी है कि यह जवान 23 दिसंबर को फरार हुआ सैनिक भी हो सकता है।
• जापान जता चुका है आशंका :-पिछले हफ्ते ही जापान के एक समाचार पत्र ने उत्तर कोरिया के जैविक हथियार विकसित करने की आशंका जताई थी। उसने दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसी से जुड़े एक अज्ञात व्यक्ति के हवाले से कहा था कि उत्तर कोरिया एंथ्रेक्स वायरस वाले जैविक हथियार का परीक्षण करने की तैयारी में है। 
• जापानी समाचार पत्र ने यह भी दावा किया था कि अमेरिका भी इसे लेकर सतर्क है। इसलिए इस बात की जांच की जा रहा है कि एंथ्रेक्स वायरस उच्च तापमान में जीवित रह सकता है या नहीं। हालांकि उत्तर कोरिया इन सभी आरोपों को खारिज करता रहा है। 
• एंथ्रेक्स का कैसे हो सकता है इस्तेमाल: -एंथ्रेक्स एक खतरनाक बीमारी का वायरस है, जिसका इस्तेमाल मिसाइल, बम और रॉकेट में रखकर किया जा सकता है। यही नहीं एंथ्रेक्स वायरस को विमान के जरिए बहुत बड़े क्षेत्र में फैलाया जा सकता है। 
• दशकों तक रहेगा असर : -यह वायरस इतना खतरनाक है कि एक बार फैलने के बाद इसका असर दशकों तक रहेगा। यह कितना घातक साबित हो सकता है, यह इसकी मात्रा पर निर्भर करेगा। 
• दो दिन में हो सकती है मौत : --शुरुआत में इसकी वजह से फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देंगे। इसके बाद तेज बुखार, छाती में दर्द और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। 2 से 3 दिनों के भीतर इस वायरस की वजह से मौत हो सकती है।

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