Friday, 1 December 2017

1 December 2017---4. बांग्लादेश के रूपपुर परमाणु संयंत्र में भारत बन सकता है साझीदार


• भारत बांग्लादेश में रूस के सहयोग से बन रहे रूपपुर परमाणु संयंत्र में साझीदार देश हो सकता है। रूसी परमाणु ऊर्जा एजेंसी रॉसएटम के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि इस पर बातचीत चल रही है। फिलहाल कोई समझौता नहीं हुआ है।
• रूसी विशेषज्ञ ने बताया कि नई दिल्ली को परियोजना में शामिल करने को लेकर भारत, रूस और बांग्लादेश के बीच करार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘सहयोग का पूरा मौका है और भारत के इसमें हिस्सा लेने की संभावना है। त्रिपक्षीय दस्तावेज तैयार करने की पहल की गई है और रूस इसका समर्थन करता है। हालांकि, इस पर दस्तखत नहीं हुए हैं।’ 
• रूस रूपपुर में 1200-1200 मेगावाट क्षमता वाला दो परमाणु रिएक्टर बना रहा है। भारत इस परियोजना में हिस्सा लेने का इच्छुक है। 
• नई दिल्ली 48 सदस्यीय परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य नहीं है, इसलिए भारत सीधे तौर पर किसी भी परमाणु ऊर्जा संयंत्र के निर्माण में शामिल नहीं हो सकता है। लेकिन, भारत का बांग्लादेश और रूस के साथ अलग-अलग करार है।
• भारत और रूस ने दिसंबर, 2014 में परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण इस्तेमाल को लेकर रणनीतिक करार किया था। इसके तहत दोनों पक्ष किसी भी तीसरे देश में रूसी डिजाइन वाले परमाणु संयंत्र के लिए सामग्री, उपकरण और अन्य सेवाओं का आदान-प्रदान कर सकते हैं। 
• रूसी विशेषज्ञ ने बताया कि भारत को रिएक्टर लगाने का अनुभव है। कुडानकुलम परमाणु संयंत्र के विकसित होने के कारण भारत बांग्लादेशी वैज्ञानिकों को प्रशिक्षण भी दे सकता है। इसके अलावा भारत और बांग्लादेश की भाषा में भी कोई ज्यादा अंतर नहीं है।

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