• पड़ोसी देशों के साथ व्यापार बढ़ाने व सुगम बनाने के लिए भारत प्रमुख राजमार्ग गलियारों (हाईवे कोरिडोर) को अंतरराष्ट्रीय व्यापार स्थलों से जोड़ेगा। इस परियोजना पर 25 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और दो हजार किमी लंबे राजमार्गो का निर्माण किया जाएगा।
• केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि इसके जरिये नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार के साथ व्यापार को सुगम बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट ‘भारतमाला परियोजना’ का हिस्सा होगा यानी उसी के अंतर्गत बनाया जाएगा।
• केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 25 अक्टूबर को मार्च 2022 तक 83,677 किलोमीटर लंबे राजमार्ग बनाने के मेगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इस मेगा प्रोजेक्ट पर कुल सात लाख करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। इसके तहत सरकार की महत्वाकांक्षी ‘भारतमाला परियोजना’ भी आती है, जिस पर 5.35 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
• कहां से आएगा पैसा : प्रोजेक्ट के लिए धन के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने बताया कि भारतमाला परियोजना की कुल लागत 5.35 लाख करोड़ रुपये में से 2.37 लाख करोड़ रुपये केंद्रीय सड़क कोष से, 2.05 लाख करोड़ रुपये बाजार से ऋण लेकर, 34 हजार करोड़ रुपये राजमार्ग परियोजनाओं के मुद्रीकरण से और 60 हजार करोड़ रुपये बजट आवंटन से प्राप्त होंगे।
• अंतरराष्ट्रीय संपर्क बेहतर होगा : गडकरी ने बताया कि राजमार्ग गलियारों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार स्थलों से जोड़ने के अलावा कई और परियोजनाएं भी पूरी की जाएंगी। इनका उद्देश्य दक्षिण एशिया और आसियान देशों के साथ भारत के अंतरराष्ट्रीय संपर्क को बेहतर करना है।
• उन्होंने बताया कि नेपाल के तराई इलाकों में सड़क ढांचे को मजबूत करने का समझौता 2016 में हुआ था।
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