Friday, 1 December 2017

1 December 2017--5. भारत के साथ नौसैनिक अभ्यास करेगा द. कोरिया


• उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के लगातार आक्रामक तेवर की वजह से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव चरम पर पहुंच गया है। वैश्विक कूटनीति के जानकार अब तीसरे युद्ध की आशंका तक जता रहे हैं। ऐसे में भारत लोकतांत्रिक व आधुनिक दक्षिण कोरिया के साथ अपने रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करने पर जोर देने लगा है। 
• दक्षिण कोरिया ने भी दुनिया के पांच अहम देशों में भारत को शामिल कर जता दिया है कि वह आपसी रिश्तों को सिर्फ कारोबार तक ही सीमित नहीं रखना चाहता है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत और दक्षिण कोरिया की नौसेना के बीच पहला युद्धाभ्यास होगा। दक्षिण कोरिया भारत-अमेरिका-जापान-आस्ट्रेलिया के बीच बन रहे रणनीतिक गठबंधन को उत्सुकता से देख रहा है।
• दक्षिण कोरिया में भारत के राजदूत विक्रम दुरैस्वामी का कहना है कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच पहले से ही एक खास रणनीतिक रिश्ता है। हम सिर्फ कारोबारी ही नहीं, बल्कि एक मजबूत राजनीतिक रिश्ता बनाना चाह रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां 2015 में आए थे। उसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर र्पीकर और वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा अन्य कई केंद्रीय मंत्री दौरा कर चुके हैं। 
• पिछले दो वर्षो के दौरान लोकसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के अलावा नौ राज्यों के मुख्यमंत्री व कई विभागों के आला अधिकारी भी दक्षिण कोरिया आ चुके हैं। सैन्य स्तर पर लगातार बातचीत हो रही है। दोनों देशों की नौसेना के बीच कुछ ही दिनों बाद वार्ता शुरू होने जा रही है। 
• कई स्तर पर हथियार खरीद की बातचीत हो रही है और कुछ मामलों में समझौते हो चुके हैं। यह बताता है कि दोनों देश एक बेहद गहरे रणनीतिक संबंध की तरफ बढ़ रहे हैं।
• दुरैस्वामी ने कहा कि लगता है कि दक्षिण कोरिया में इस बात को लेकर आम सहमति है कि उनकी अगले 25 वर्षो की विकास योजना में भारत का स्थान अहम होगा। भारत की अहमियत ही है कि दक्षिण कोरिया के रक्षा उपमंत्री यो सूक जू इस बेहद संवेदनशील समय में भी भारतीय मीडिया के प्रतिनिधियों से बात करने को तैयार हो गए। 
• उन्होंने बताया कि संयुक्त नौ सैनिक अभ्यास पर बातचीत आगे बढ़ चुकी है। हम आगे भी भारत के साथ अपने सैन्य संबंधों को और मजबूत करेंगे। उन्होंने दोनों देशों के बीच माइंसस्वीपर (समुद्री तट पर लगाए जाने वाले विस्फोटक को खोजकर नाकाम करने वाले नौ सैनिक पोत) बनाने को लेकर जारी बातचीत पर संतोष जताया।
• सरकारी कंपनी गोवा शिपयार्ड लिमिटेड और कोरिया की कंपनी कंगनम प्रोडक्शंस के बीच करीब 33 हजार करोड़ रुपये की योजना को लेकर बातचीत चल रही है।

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