Wednesday, 27 December 2017

2. पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच मध्यस्थ बनना चाहता है चीन

• अफगानिस्तान में भारत की बढ़ती भूमिका से चीन और पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है। चीन मध्यस्थ बनकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनातनी को दूर कर युद्ध प्रभावित इस देश में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहता है। 
• इसी प्रयास में चीन ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों को बीजिंग आमंत्रित किया और मंगलवार को उनके साथ पहली त्रिपक्षीय बैठक की। गौरतलब है कि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के दूत ने पाकिस्तान पर डूरंड सीमा पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया था।
• पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक में तीनों देशों के बीच विकास, सुरक्षा और आतंकवाद के रोकथाम के मसले पर चर्चा हुई। इस बात को लेकर सहमति बनी कि किसी भी देश, समूह या व्यक्ति को अपने क्षेत्र का उपयोग आतंकवाद के लिए नहीं करने दिया जाएगा। 
• तीनों पक्षों ने आतंकवाद के खतरे से मुकाबले के अपने संकल्प को दोहराया। तीनों देशों में इस साल जून में त्रिपक्षीय वार्ता की सहमति बनी थी। इसी के तहत चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष ख्वाजा मुहम्मद आसिफ और अफगानिस्तानी समकक्ष सलाहुद्दीन रब्बानी के साथ पहली बैठक की।
• तीनों विदेश मंत्रियों में सभी आतंकी संगठनों से मुकाबले में बिना किसी भेदभाव के आतंक रोधी समन्वय और सहयोग को मजबूत करने पर सहमति भी बनी।

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