• ताइवान और चीन से तनातनी बढ़ती जा रही है। ताइवान ने चीन के हालिया सैन्य अभ्यास को देश के लिए खतरा बताया है। ज्ञात हो, चीन ने इस साल ताइवान के इर्द-गिर्द 20 सैन्य अभ्यास किए हैं। 2016 में यह संख्या आठ थी। चीन ने ताजा अभ्यास एक हफ्ते पहले ही पूरा किया है जिसमें चीन के लड़ाकू सहित अन्य विमानों ने हिस्सा लिया।
• ताइवान की ओर मंगलवार को अपनी 14वीं वार्षिक सुरक्षा समीक्षा रिपोर्ट जारी की गई। इसमें चीन से मिल रही चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की गई है। चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और जरूरत पड़ने पर बल प्रयोग कर चीन में मिलाने की धमकी देता रहा है।
• ताइवान के रक्षामंत्री फेंग शी-कुआन ने कहा, ‘ताइवान रक्षा बजट और सैन्य विकास में चीन का मुकाबला नहीं कर सकता है।’
• ताइवान की ओर से जारी की गई इस रिपोर्ट के अनुसार, वामपंथी शासन वाले देश चीन की सेना में करीब 20 लाख सैनिक हैं जबकि ताइवान के पास मात्र दो लाख दस हजार सैनिक। रक्षामंत्री फेंग शी-कुआन ने कहा कि ताइवान अपनी सीमित क्षमता के बावजूद चीन से मुकाबले के लिए अपनी सैन्य रणनीति पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
• चीन के जवाब में ताइवान ने अपनी साइबर आर्मी कमांड खड़ी कर ली है। इस कमांड में वर्तमान में एक हजार लोग हैं।
• बता दें कि 1949 में हुए गृहयुद्ध के बाद ताइवान चीन से अलग हो गया था। हालांकि ताइवान एक स्वशासित लोकतंत्र है लेकिन उसने औपचारिक रूप से अपनी स्वतंत्रता की कभी घोषणा नहीं की है।
• साई इंग-वेन के ताइवानी राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद से चीन ताइवान के सटे इलाकों में लगातार सैन्य अभ्यास कर रहा है। ताइवान ने ‘वन चाइना’ नीति को मानने से इन्कार कर दिया है।
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