• दक्षिण कोरिया जल्द ही अपनी कामगार आबादी को आराम का अधिकार (राइट टू रेस्ट) की सौगात देने की तैयारी में है। दक्षिण कोरिया में लोग सालाना 2069 घंटे काम करते हैं।
• सरकार की कोशिश है कि लोग सप्ताह में सिर्फ 52 घंटे ही काम करें। काम के लंबे घंटों की वजह से कोरिया में जन्म दर और प्रजनन क्षमता में कमी के अलावा दूसरी कई सामाजिक समस्याएं सामने आने लगी हैं।
• तेज आर्थिक विकास के के लिए दक्षिण कोरिया में सप्ताह में 68 घंटे काम करने का चलन शुरु हुआ।
• ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) समूह के देशों में दक्षिण कोरिया दूसरा सबसे ज्यादा काम के घंटों वाला देश है।
• ओईसीडी देशो में पहले नंबर पर मैक्सिको है, यहां लोग सालाना 2 हजार 300 घंटे काम करते हैं।
• सबसे कम काम के घंटे जर्मनी में है, यहां लोग सालाना 1,371 घंटे ही काम करते हैं।
• भारत में एक हफ्ते में 48 घंटे ही काम करने का प्रावधान है।
• सरकार की कोशिश है कि लोग सप्ताह में सिर्फ 52 घंटे ही काम करें। काम के लंबे घंटों की वजह से कोरिया में जन्म दर और प्रजनन क्षमता में कमी के अलावा दूसरी कई सामाजिक समस्याएं सामने आने लगी हैं।
• तेज आर्थिक विकास के के लिए दक्षिण कोरिया में सप्ताह में 68 घंटे काम करने का चलन शुरु हुआ।
• ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) समूह के देशों में दक्षिण कोरिया दूसरा सबसे ज्यादा काम के घंटों वाला देश है।
• ओईसीडी देशो में पहले नंबर पर मैक्सिको है, यहां लोग सालाना 2 हजार 300 घंटे काम करते हैं।
• सबसे कम काम के घंटे जर्मनी में है, यहां लोग सालाना 1,371 घंटे ही काम करते हैं।
• भारत में एक हफ्ते में 48 घंटे ही काम करने का प्रावधान है।
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